अरविंद केजरीवाल
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अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री आवास के पुनर्निर्माण पर कथित तौर पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें आवास के परदे और टाइल्स पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस सूचना के सामने आने के साथ ही भाजपा-कांग्रेस अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गए हैं और इसे दिल्ली सरकार की ‘जनता के पैसे पर मुख्यमंत्री की राजशाही’ करार दे रहे हैं। भाजपा ने कहा है कि आम आदमी के नाम पर राजनीति की शुरुआत करने वाले अरविंद केजरीवाल ‘बेपर्दा’ हो गए हैं। उन्होंने अपनी हर योजना में भ्रष्टाचार का नया तरीका विकसित किया है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इसे अरविंद केजरीवाल की छवि प्रभावित करने की राजनीतिक साजिश बताया है।
भाजपा ने इसे आम आदमी पार्टी के द्वारा जनता के पैसे पर की जा रही राजशाही करार दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने बंगले पर करोड़ों का खर्च उस समय किया, जब पूरे देश में कोरोना का कहर चल रहा था। लोग इलाज और भूख-प्यास से परेशान थे। ऐसे कठिन समय में अरविंद केजरीवाल ने जनता का ध्यान रखने की बजाय जनता की कमाई को अपने ऊपर खर्च करने का काम किया। उन्होंने कहा कि यही साबित करता है कि अरविंद केजरीवाल की राजनीति आम आदमी वाली नहीं है। वे जनता के पैसे पर खास आदमी बनकर रहना चाहते हैं।
रैन बसेरों में भोजन नहीं, सीएम आवास पर करोड़ों का खर्च
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि इसी समय राजधानी के रैन बसेरों में गरीब लोगों को रहने की जगह नहीं है। कई रैन बसेरों में भोजन की सुविधा नहीं है और वहां रहने वाले गरीब लोगों को या तो भूख से परेशान होना पड़ रहा है या तो उन्हें रैन बसेरों से बाहर निकाला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने रैन बसेरों से खाद्य सुविधा को वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को अपने आवास पर करोड़ों रुपये खर्च करने की बजाय गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने का काम करना चाहिए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि एक मुख्यमंत्री जो अपने घर के जीर्णोद्धार और घर में स्विमिंग पूल के निर्माण पर लगभग 55 करोड़ रुपये खर्च करता है, कुछ लाख रुपये महीने की लागत से बेसहारा लोगों के लिए भोजन सुविधा और रैन बसेरों को बंद करना चाहता है। उन्होंने इसे अमानवीय कृत्य बताते हुए रैन बसेरों में भोजन सुविधा तत्काल बहाल करने की मांग की।
केजरीवाल की छवि प्रभावित करने की कोशिश
वहीं, आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने इस मामले को अरविंद केजरीवाल की छवि को प्रभावित करने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि इसी समय केंद्र सरकार प्रधानमंत्री आवास सहित कई प्रमुख भवनों के निर्माण पर हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इसका कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री के उस आवास पर खर्च को लेकर बवाल किया जा रहा है, जो पुराना था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के पुनर्निर्माण पर खर्च नियमों के अंतर्गत और सीमा से अंदर हुआ है। भाजपा इसे बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रही है।
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि उसके नेताओं पर रोज-रोज नए नए आरोप लगाकर पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। अपने नेताओं पर चल रहे केसों का हवाला देते हुए आप नेता ने कहा कि इन सभी मामलों में जमीनी सच्चाई नहीं है और इस सबका प्रयास केजरीवाल की छवि खराब करना है, जिससे वे भाजपा को चुनौती न दे सकें। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इसके बाद भी आम आदमी पार्टी नहीं रुकेगी और भाजपा का डटकर मुकाबला करेगी।